कंप्यूटर क्या है- कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है जो दिए गए निर्देशों के समूह के आधार पर डाटा को कुछ ही समय में प्रोसेस करके आउटपुट देती है आज के समय कंप्यूटर का प्रयोग दुनिया में कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहाँ पर कंप्यूटर का प्रयोग नहीं किया जाता है आज आप किसी भी क्षेत्र में चले जाएँ सभी जगह कंप्यूटर का उपयोग हो रहा है चाहे वह छोटी-सी दुकान ही क्यों हो वहाँ पर भी बिलिंग करने के लिए दुकानदार कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं कंप्यूटर ने हम लोगों की ज़िन्दगी को बहुत ही आसान बना दिया है कई घंटों का काम कंप्यूटर चंद सेकंडों में कर देता है
इसलिए आप लोगों को आज कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी आप लोगों को बताने वाले हैं अगर आप स्टूडेंट है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं तो यह लेख आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगी क्योंकि आजकल सभी परीक्षाओं में कंप्यूटर की बेसिक से सवाल पूछे जाते हैं इसलिए अंत तक पढ़ते रहिए
Table of Contents
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
ऐसे तो कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं है लेकिन काल्पनिक कंप्यूटर का फुल फॉर्म इस तरह है
C-Commonly
O-Operated
M-Machine
P-Particularly
U-Used for
T-Technology
E-Education and
R-Research
कंप्यूटर की परिभाषा
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो इनपुट से डाटा को प्राप्त करके एकदम सही इंफॉर्मेशन में परिवर्तित करके हमें आउटपुट देती हैं
कंप्यूटर शब्द का जन्म कंप्यूट शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है गणना करना यानी गिनती करना जो कि प्रारंभ में जो कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था उस समय कंप्यूटर का यूज गणना करने में ही किया जाता था लेकिन आज के समय कंप्यूटर का प्रयोग कई तरह के कार्य करने में किया जाता है
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
कंप्यूटर का आविष्कार एक अंग्रेज गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज ने किया था चार्ल्स बैबेज के कई वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद 1833 में एक मशीन की परिकल्पना की गई जिसे एनालिटिकल इंजन कहाँ गया यह एक स्वचालित यंत्र था कंप्यूटर के डेवलपमेंट में यह पहला ऐसा यंत्र था जो स्वचालित था और कंप्यूटर को बनाने में इसका यूज हुआ इसलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक फादर ऑफ कंप्यूटर भी कहाँ जाता है।
कंप्यूटर का इतिहास
कंप्यूटर की अन्वेषण बहुत सारे वैज्ञानिक के निरंतर कठिन प्रयासों का फल है
सबसे पहले कंप्यूटर का आकार बहुत ही बड़ा और भारी-भरकम था क्योंकि उसमें बड़े-बड़े उपकरण लगा हुआ था लेकिन वैज्ञानिकों के निरंतर कठिन मेहनत और शोध से आज हमारे सामने वर्तमान स्वरूप में कंप्यूटर उपलब्ध है
प्रथम पीढ़ी का कंप्यूटर (1951-1958)
प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर में वेक्यूम ट्यूब का यूज किया गया था और इसमें स्टोरेज के लिए मैग्नेटिक ड्रम का यूज किया गया था इसकी स्टोरेज कैपेसिटी बहुत ही कम थी डाटा को प्रोसेस करने में बहुत ही समय लगता था और यह बहुत कम समय में बहुत ही ज़्यादा हिट हो जाती थी और इसमें बिजली खपत बहुत ज़्यादा होती थी
उदाहरण- IBM 650, UNIVAC, ENIAC
द्वितीय पीढ़ी कंप्यूटर (1959-1964)
द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग शुरू किया गया ट्रांजिस्टर का उपयोग के कारण कंप्यूटर में बहुत ही कम बिजली खपत होने लगी और प्राइमरी इंटरनल स्टोरेज के रूप में चुंबकीय कोर (Magnetic core) का उपयोग किया गया जिससे इसकी मुख्य स्टोरेज की क्षमता में वृद्धि हो गई और इसमें प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर की तुलना में बहुत ही तेज इनपुट आउटपुट मिलना शुरू हो गया और इसमें आउटपुट में गलती भी बहुत कम होने लगी द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में हाई-लेवल लैंग्वेज COBOL, FORTRON का प्रयोग किया गया प्रथम पीढ़ी का कंप्यूटर की आकार के तुलना में यह काफ़ी छोटा बनाया गया इसका उपयोग बिलिंग, पेरौल प्रोसेसिंग इनभेन्टरी फाइल का अपडेशन में उपयोग किया जाता था।
Example- IBM 1401, Honey well l200 CDC1604
तृतीय पीढ़ी का कंप्यूटर (1965-1970)
तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में IC का यूज़ किया गया इस IC को बनाने के लिए सैकड़ों ट्रांजिस्टर रजिस्टर कैपेसिटर का यूज़ किया गया इसमें स्टोरेज के लिए सॉलिड स्टेट स्टोरेज डिवाइस का उपयोग किया गया और इसमें सेकंड पीढ़ी की तुलना में और ही ज़्यादा फास्ट कंप्यूटर काम करने लगा इसमें रिमोट प्रोसेसिंग और टाइम शेयरिंग सिस्टम मल्टीप्रोग्रामिंग का यूज़ किया गया था इसका उपयोग एयरलाइन रिजर्वेशन सिस्टम क्रेडिट कार्ड बिलिंग इत्यादि में क्या जाता था
Example- IBM System / 360, NCR395, Burrough B6500
चतुर्थ पीढ़ी का कंप्यूटर (1971-1989)
चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में LSI और VLSI का प्रयोग किया गया चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में माइक्रो प्रोसेसर के यूज करने के कारण इसकी आकार में काफ़ी कमी आई और इसकी क्षमता में उच्च वृद्धि हुई
चुंबकीय डिस्क और टेप की जगह इसमें सेमीकंडक्टर चिप का यूज़ किया गया जिससे RAM की छमता में बहुत ही तेज वृद्धि हुई इसमें ग्राफिकल यूजर इंटरफेस का प्रयोग किया गया चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर के निर्माण के समय ही ऑपरेटिंग सिस्टम एमएस डॉस एम एस विंडो और एप्पल ओएस का विकास हुआ
और इस कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग-सी लैंग्वेज का यूज़ किया गया था
Example- IBM PC-XT, Apple II
पंचम पीढ़ी का कंप्यूटर (1989 से अबतक)
पंचम पीढ़ी के कंप्यूटर में ULSI का प्रयोग किया गया इस पीढ़ी के कंप्यूटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज किया गया और भंडारण के लिए मैग्नेटिक बबल मेमोरी का प्रयोग करने से भंडारण की क्षमता में काफ़ी वृद्धि हुई
Example-IBM Notebook, Pentium PC, Super Computer
कंप्यूटर के प्रकार
एनालॉग कंप्यूटर
एनालॉग कंप्यूटर में डाटा एनालॉग सिग्नल का प्रयोग होता है इस कंप्यूटर की गति काफ़ी धीमी होती है इस तरह के कंप्यूटर का प्रयोग शुरू में किया जाता था अब इस तरह के कंप्यूटर चलन से बाहर हो गए हैं
डिजिटल कंप्यूटर
इस कंप्यूटर में बायनरी सिस्टम का यूज किया जाता है हम कंप्यूटर में जो भी इनपुट इंटर करते हैं उसे डिजिटल कन्वर्टर के द्वारा एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिंगल में कन्वर्ट करके कंप्यूटर के अंदर उसे प्रोसेसर के द्वारा प्रोसेस करके फिर हमें कंप्यूटर में कनवर्टर की सहायता से डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिगनल में कन्वर्ट करके डिस्प्ले पर हमें आउटपुट दिखाई देता है बाइनरी सिस्टम में सिर्फ़ 0 और 1 का यूज किया जाता है इस कंप्यूटर की गति बहुत तेज होती है।
हाइब्रिड कंप्यूटर
यह कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर के फंक्शन को मिलाकर बनाया गया है इस तरह कंप्यूटर का प्रयोग अस्पताल, रक्षा क्षेत्र, विज्ञान आदि क्षेत्र में किया जाता है
आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार
सुपर कंप्यूटर
सुपर कंप्यूटर सबसे ज़्यादा ताकतवर कंप्यूटर है और यह सबसे महंगा कंप्यूटर है इसकी गणना क्षमता बहुत ही तेज और मेमोरी बहुत ही बड़ी होती है इस कंप्यूटर पर एक साथ कई लोग मिलकर काम कर सकते हैं इस कंप्यूटर का उपयोग मौसम विज्ञान, अंतरिक्ष अनुसंधान इत्यादि क्षेत्र में किया जाता है विश्व का प्रथम सुपर कंप्यूटर क्रे। के.-1 एस (Cray K-IS) है जिसका निर्माण अमेरिका के क्रे। रिसर्च कंपनी ने 1979 में किया था भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर परम-10000 का निर्माण C-DAC पुणे द्वारा 1998 में किया गया था
पर्सनल कंप्यूटर
आजकल जो हम लोग कंप्यूटर यूज कर रहे हैं वह पर्सनल कंप्यूटर ही है यह छोटे आकार का होता है जो हम सामान्य कामों में इसका यूज करते हैं।
नोटबुक कंप्यूटर या लैपटॉप
इस कंप्यूटर को लैपटॉप कंप्यूटर कहते हैं इसको आप कहीं भी ले जा सकते हैं
कंप्यूटर कैसे कार्य करता है
कंप्यूटर के हार्डवेयर
मदरबोर्ड
मदरबोर्ड को मेन बोर्ड, मेन सर्किट बोर्ड, सिस्टम बोर्ड बोर्ड, लॉजिक बोर्ड भी कहा जाता है यह प्लास्टिक का बना प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) होता है इस पर धातु की पतली रेखाओं से उपकरण के बीच सिग्नल का आदान-प्रदान होता है इसमें कई महत्त्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे होते हैं इस बोर्ड को अक्सर इसके साथ सभी जुड़े उपकरण का माँ भी कहा जाता है।
सीपीयू (CPU)
सीपीयू को माइक्रोप्रोसेसर भी कहा जाता है इसमें एक चिप होता है जिससे यह कंप्यूटर के बहुत सारे उपकरण को कंट्रोल करती है इसमें कार्य को कंट्रोल करने के लिए CU और ALU इसमें लगा रहता है इसे कंप्यूटर का दिमाग़ भी कहा जाता है।
RAM (RAM-Random Access Memory)
यह एक अस्थाई (Volatile) मेमोरी है अगर आप कंप्यूटर चालू करके कोई काम कर रहे है और उसी समय बिजली चली जाती है तो RAM में जितनी भी सूचनाएँ जमा है वह सभी ख़त्म हो जाती है यह कंप्यूटर में सबसे ज़्यादा उपयोग होने वाला मेमोरी है RAM में डाटा का पढ़ने और लिखने दोनों काम एक साथ बहुत तेज गति से होता है RAM एक तरह का खाली जगह (Space) है जिसमें कंप्यूटर के अंदर डाटा लोड होता है और आपके कंप्यूटर और मोबाइल का RAM जितना ज़्यादा होगा आपका कंप्यूटर उतना ही तेज कार्य करेगा।
RAM-64MB, 128MB, 256MB, 512MB, 1GB, 4GB, 8GB आदि क्षमता में उपलब्ध है।
ROM (ROM-Read Only Memory)
ROM में यूजर सिर्फ़ पड़ सकता है क्योंकि रूप में कंप्यूटर बनाते समय इसमें इंफॉर्मेशन जमा कर दी जाती है जिसे आप बदल नहीं सकते हैं ROM में ऐसी विशेष प्रोग्राम कंप्यूटर के निर्माण के समय भर दी जाती है जिससे कंप्यूटर सही रूप में चल सके इसमें मेमोरी इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट के रूप में होती है जिन्हें माइक्रोप्रोग्राम्स कहते हैं।
USB
यह कंप्यूटर और किसी दूसरे उपकरण के बीच डेटा को आदान-प्रदान के लिए यूज किया जाता है
Hard disk
यह एक स्टोरेज डिवाइस जो बहुत सारे डाटा और प्रोग्राम को इंस्टॉल करके रखती है हार्ड डिक्स सीपीयू के अंतर्गत डाटा को जमा करने की प्रमुख डिवाइस है
कुछ प्रमुख कंप्यूटर में उपयोग होने वाले हार्डवेयर
Sound Card
Speaker
Monitor
Mouse
Keyboard
Printer
DVD
Pendrive
Software
सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग भाषा में लिखा जाता है जिसमें एक निर्देशों का समूह होता है इसी के अनुसार कंप्यूटर में डाटा प्रोसेस होता है और हमें डाटा को इंफॉर्मेशन में बदल कर देता हैं
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते हैं
System Software
Application Software
Utility Software
कंप्यूटर की विशेषता
गति
कंप्यूटर की सबसे पहली विशेषता तो यह है कि यह बड़ी से बड़ी गणनाएँ कुछ सेकंडो में कर देती है जो कि मनुष्य ऐसी गणना करने में साल भर में भी नहीं कर सकता।
एक्यूरेसी
कंप्यूटर लगभग-लगभग हमेशा हंड्रेड परसेंट एक्यूरेसी के साथ काम करता है से काम करती है इसमें किसी भी कार्य करने में गलती होने की संभावना ना के बराबर होती है
Large स्थाई स्टोरेज
कंप्यूटर में आप अपने बड़े से बड़े Data Files को कई वर्षों तक सुरक्षित रख सकते हैं
जल्द निर्णय लेने की क्षमता
कंप्यूटर एक मशीन होने के कारण इससे आप बार-बार एक ही कार्य करवा सकते हैं वह भी बिल्कुल कोई गलती किये और इसकी क्षमता बहुत ही ज़्यादा होती है।
गोपनीयता
कंप्यूटर में आप अपनी पासवर्ड लगाकर अपनी काम को और भी गोपनीय और सुरक्षित कर सकते हैं
कंप्यूटर के लाभ
वर्तमान समय में कोई ही ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर कंप्यूटर का यूज नहीं हो रहा है आज लगभग सभी जगह पर कंप्यूटर का उपयोग हो रहा है
शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग
आज के डिजिटल युग और इंटरनेट के दौर में कंप्यूटर का प्रयोग शिक्षा के हर एक विभाग में हो रहा है आज कंप्यूटर का उपयोग शिक्षा में E-लाइब्रेरी, बच्चों को कोडिंग सीखाने में कंप्यूटर की शिक्षा में उच्च शिक्षा में ऑनलाइन स्टडी में उपयोग किया जा रहा है।
वैज्ञानिक अनुसंधान
विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न विभाग के रिसर्च के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग आज धड़ल्ले से हो रहा है।
यातायात के क्षेत्र में
आज रेलवे गाड़ियाँ, मेट्रो ट्रेन, हवाई जहाज़ के टिकट बुकिंग के लिए कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है
चिकित्सा
कंप्यूटर का उपयोग आज के समय चिकित्सा के क्षेत्र में अनेक कार्य करने में हो रही है सीटी-स्कैन अल्ट्रासाउंड इत्यादि कामो में उपयोग होता है
रक्षा
आज के समय कंप्यूटर का रक्षा के क्षेत्र में मिसाइल रडार वायु यान नियंत्रण में किया जाता है
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
कंप्यूटर का उपयोग अंतरिक्ष में सूक्ष्म घटनाओं का अध्ययन करने के लिए किया जाता है।
संचार
संचार के क्षेत्र में भी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है आज के इंटरनेट के दौर में इंटरनेट के संचालन के लिए कंप्यूटर का यूज किया जाता है।
कंप्यूटर की कुछ अन्य उपयोग
उद्योग व व्यापार
मनोरंजन
प्रकाशन
प्रशासन
कंप्यूटर के हानि
वायरस का खतरा
कंप्यूटर मैं वायरस का ख़तरा हमेशा बना रहता है जो आपके स्टोरेज की क्षमता को घटा सकता है और आपकी कंप्यूटर को मंद कर सकता है इससे बचने के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करना चाहिए
समय की बर्बादी
अक्सर कई लोग कंप्यूटर पर घंटो बिताते हैं और वह अपने समय की बर्बादी करते हैं
बेरोजगारी
एक कंप्यूटर से बहुत सारे लोगों के बराबर काम कर सकती हैं और जो काम पहले मनुष्य करते थे वह काम आज कंप्यूटर कर रहे हैं जिससे बेरोजगारी कंप्यूटर के कारण उत्पन्न हो गया परंतु कंप्यूटर क्षेत्र में नया रोजगार सर्जन किया जा सकता है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि आपको कंप्यूटर क्या है और कंप्यूटर की बेसिक जानकारी आपको मिली होगी अगर आपको कोई भी डाउट है तो नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएँ अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो दोस्तों के साथ फ़ेसबुक व्हाट्सएप ग्रुप में ज़रूर शेयर करें धन्यवाद।
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